अमरनाथ यात्रा: दिन के 24 घंटों में एक बार दर्शन देते हैं शेषनाग
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    अमरनाथ यात्रा: दिन के 24 घंटों में एक बार दर्शन देते हैं शेषनाग

    शायद आप में से बहुत से लोग इस बात क न मानें लेकिन कहा जाता भारत की देव भूमि में एक ऐसी झील हैं जहां सौभाग्यशाली मनुष्यों को स्वयं शेषनाग जी के साक्षात दर्शन होते हैं।
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    अमरनाथ यात्रा: दिन के 24 घंटों में एक बार दर्शन देते हैं शेषनाग

    बता दें पहलगाम से लगभग 32 कि.मी. और चंदनवाड़ी से लगभग 16 कि.मी. की दूरी पर यह शेषनाग नामक मनोरम झील स्थित है।
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    अमरनाथ यात्रा: दिन के 24 घंटों में एक बार दर्शन देते हैं शेषनाग

    जो सर्दी के मौसम में बर्फ़ में बदल जाती है। इसके चारों ओर सात पहाड़ियां एवं कई ग्लेशियर हैं और यही से लिद्दर नदी निकलती है।
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    अमरनाथ यात्रा: दिन के 24 घंटों में एक बार दर्शन देते हैं शेषनाग

    झील का पानी नीला होने के कारण यह नदी और भी खूबसूरत लगती है। अमरनाथ यात्रा जाने वाला हर व्यक्ति इस झील के दर्शन करता है।
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    अमरनाथ यात्रा: दिन के 24 घंटों में एक बार दर्शन देते हैं शेषनाग

    कहा जाता है 3658 मीटर की ऊंचाई पर होने के कारण इस झील का नाम शेषनाग के नाम पर रखा गया है।
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    अमरनाथ यात्रा: दिन के 24 घंटों में एक बार दर्शन देते हैं शेषनाग

    पौराणिक कथा के अनुसार जब भगवान शिव जी अपने भावी अर्धांगिनी को पार्वती को अमर कथा सुनाने अमरनाथ गुफा ले जा रहे थे।
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    अमरनाथ यात्रा: दिन के 24 घंटों में एक बार दर्शन देते हैं शेषनाग

    तब उन्होंने असंख्य नागों को अनंतनाग में, गंगा को पहलगाम में, चंद्रमा को चंदनवाड़ी में और श्री अपने गले में धारण सर्प को को सात पहाड़ों से घिरी इसी झील में छोड़ा था।
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    अमरनाथ यात्रा: दिन के 24 घंटों में एक बार दर्शन देते हैं शेषनाग

    मान्यता है कि तब से लेकर आज तक दिन के पूरे 24 घंटों में एक बार इस झील के बाहर आकर श्री शेषनाग साक्षात दर्शन देते हैं, लेकिन कहा जाता है इनके दर्शन केवल भाग्यशाली लोगों को ही होते हैं।