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उज्जैन: भस्म आरती के बाद भक्तों में बांटी जाती है 5 किलो भांग
सावन जिसे भगवान शंकर का अति प्रिय महीना कहा जाता है। 17 जुलाई से इस महीने का आगाज़ हो चुका है। जिसके शुरु होते ही हर तरफ़ इनके जयकारे गूंज रहे हैं। इस पावन महीने में भोलेनाथ के भक्त उन्हें खुश करने के लिए न जाने क्या कुछ नहीं करते।
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उज्जैन: भस्म आरती के बाद भक्तों में बांटी जाती है 5 किलो भांग
मान्यता है सावन में भगवान शिव की आराधना करने से जातकों को सब समस्याओं व बाधाओं से मुक्ति मिलती है व जीवन में सुख-समृद्धि आती है।इसके अलावा हर शिवालयों में अधिक भीड़ देखने को मिलती है।
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उज्जैन: भस्म आरती के बाद भक्तों में बांटी जाती है 5 किलो भांग
मगर महाकालेश्वर मंदिर का नज़ारा सावन में देखने लायक होता है। प्रत्येक मंदिर में भगवान की आरती तो होती है मगर यहां होने वाली आरती की बात निराली है।
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उज्जैन: भस्म आरती के बाद भक्तों में बांटी जाती है 5 किलो भांग
देश के कोने-कोने से श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। यहां की सबसे खास बात है यह कि महाकाल के दिनभर में यहां कई प्रकार के श्रृंगार किए जाते हैं।
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उज्जैन: भस्म आरती के बाद भक्तों में बांटी जाती है 5 किलो भांग
उसी में से एक है भांग का श्रृंगार, जो सिर्फ महाकाल का ही होता है। जिस कारण भूत भावन बाबा महाकाल को भांग प्रिय भी कहा जाता है।
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उज्जैन: भस्म आरती के बाद भक्तों में बांटी जाती है 5 किलो भांग
बता दें उज्जैन में बाबा के दरबार के बाहर भी भांग के प्रसाद का वितरण होता है।
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उज्जैन: भस्म आरती के बाद भक्तों में बांटी जाती है 5 किलो भांग
श्रद्धालु इस भांग को बाबा महाकाल के प्रसाद के रूप में सेवन करते हैं। बताया जाता है श्रावण माह में शिव मंदिर में भक्तों की बड़ी संख्या होने के कारण आम दिनों की तुलना में भांग की खपत बढ़ जाती है।
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उज्जैन: भस्म आरती के बाद भक्तों में बांटी जाती है 5 किलो भांग
आम दिनों में अगर एक दिन में 1 किलो भांग का विक्रय होता है तो श्रावण के महीने में ये आंकड़ा 5 किलो तक पहुंच जाता है।