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नवरात्रों में लाखों की संख्या में मां विजयासन देवी के दर्शन को पहुंचते हैं श्रद्धालु
विंध्याचल के ऊंचे पहाड़ों ओर प्रकृति की गोद में विराजित विन्ध्यवासनी मां विजयासन धाम सलकनपूर माता विजयासन का एक सुप्रसिद मदिंर है।
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नवरात्रों में लाखों की संख्या में मां विजयासन देवी के दर्शन को पहुंचते हैं श्रद्धालु
प्रकृति की छटा बिखरती पहाड़ियों के बीच माता का मंदिर लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है, जहां दूर-दूर से भक्तजन माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
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नवरात्रों में लाखों की संख्या में मां विजयासन देवी के दर्शन को पहुंचते हैं श्रद्धालु
बताया जाता है 1000 फीट ऊंची पहाड़ी पर देवी विजयासन विराजमान हैं। शास्त्रों में इन देवी को मां दुर्गा का अवतार माना गया है। देवी मां का यह सुप्रसिद्ध मंदिर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से 75 कि.मी. दूर स्थित है।
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तो वहीं यह पहाड़ी मां नर्मदा से 15 कि.मी दूर है। बताया जाता है यहां पहुंचने के लिए भक्तों को 1400 सीढ़ियों का रास्ता तय करना पड़ता है।
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जबकि इस पहाड़ी पर जाने के लिए कुछ वर्ष पूर्व सड़क मार्ग भी बना दिया गया है। जो रास्ता लगभग साढ़े 4 किलोमीटर लंबा है।
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इसके अलावा दर्शनार्थियों के लिए रोप-वे भी शुरू हो गया है, इसकी मदद से यहां 5 मिनट में पहुंचा जा सकता है।
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पुराणों के अनुसार देवी विजयासन माता पार्वती का ही अवतार हैं, जिन्होंने देवताओं के आग्रह पर रक्तबीज नामक राक्षस का वध किया था और सृष्टि की रक्षा की थी।