Chinnamasta Jayanti: आईए जानें, मां के अजब-गजब स्वरूप की कथा
  • >X

    Chinnamasta Jayanti: आईए जानें, मां के अजब-गजब स्वरूप की कथा

    आज 6 मई, बुधवार को दश महाविद्याओं में से छठी महाविद्या श्री छिन्नमस्तिका जी की जयंती है। छिन्नमस्ता का अर्थ है छिन्न मस्तक वाली देवी।
  • <>X

    Chinnamasta Jayanti: आईए जानें, मां के अजब-गजब स्वरूप की कथा

    छिन्नमस्ता की गणना काली कुल में की जाती है। छिन्नमस्ता महाविद्या का संबंध महाप्रलय से है। महाप्रलय का ज्ञान कराने वाली यह महाविद्या भगवती का ही रौद्र रूप हैं।
  • <>X

    Chinnamasta Jayanti: आईए जानें, मां के अजब-गजब स्वरूप की कथा

    महर्षि याज्ञवल्क्य और परशुराम इस विद्या के उपासक थे। श्री छिन्नमस्ता का पीठ "चिन्तपूर्णी" नाम से विख्यात है।
  • <>X

    Chinnamasta Jayanti: आईए जानें, मां के अजब-गजब स्वरूप की कथा

    जिनके स्मरण मात्र से ही नर सदा शिव हो जाता है तथा पुत्र, धन, कवित्व, दीर्घ पाण्डित्य आदि ऐहिक विषयों की प्राप्ति होती है।
  • <>X

    Chinnamasta Jayanti: आईए जानें, मां के अजब-गजब स्वरूप की कथा

    मार्केंड्य पुराण में बताई गई एक कथा के अनुसार, जब मां चंडी ने राक्षसों को घोर संग्राम में पराजित कर दिया तब उनकी दो योगिनियां जया और विजया युद्ध समाप्त होने के बाद भी रक्त की प्यासी थी।
  • <>X

    Chinnamasta Jayanti: आईए जानें, मां के अजब-गजब स्वरूप की कथा

    उन्होंने मां से अग्रह किया की वो दोनों अभी भी बहुत भूखी हैं। मां ने उनकी भूख को शांत करने के लिए अपना सिर काट लिया और अपने खून से उन दोनों की प्यास बुझाई।
  • <>X

    Chinnamasta Jayanti: आईए जानें, मां के अजब-गजब स्वरूप की कथा

    तभी तो मां अपने काटे हुए सिर को अपने हाथो में पकड़े दिखाई देती हैं। उनकी गर्दन की धमनियों से निकल रही रक्त की धाराएं उनके दोनों तरफ खड़ी दो नग्न योगिनियां पी रही होती हैं।
  • <>X

    Chinnamasta Jayanti: आईए जानें, मां के अजब-गजब स्वरूप की कथा

    छिन्नमस्ता का अर्थ है बिना सिर वाली देवी यानि एक लौकिक शक्ति।
  • <X

    Chinnamasta Jayanti: आईए जानें, मां के अजब-गजब स्वरूप की कथा

    जो ईमानदार और समर्पित योगियों को उनका मन भंग करने में सहायता करती हैं।