Kundli Tv- भारत में नहीं विदेशों में भी है विराजमान हैं देवी
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    Kundli Tv- भारत में नहीं विदेशों में भी है विराजमान हैं देवी

    बंगलादेश की तरह श्रीलंका में भी देवी सती की पायल गिरी थी, जहां आज की तारीख में शक्तिपीठ स्थापित है। यहां विराजित मां को इंद्राणी के रूप में पूजा जाता है।
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    तो वहीं गुहेश्वरी नामक मंदिर में माता के दोनों घुटने गिरे थे। बता दें ये मंदिर पशुपतिनाथ मंदिर के पास स्थित है। इसके अलावा जनकपुर में वनदुर्गा जयमंगला और उग्रतारा मंदिर हैं, जिन्हें शक्तिपीठ माना जाता है।
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    भारत की तरह नेपाल में भी कई शक्तिपीठ स्थापित, जो आस्था का केंद्र माने जाते हैं। यहां की गंडक नदी पर आद्याशक्ति पीठ है, जहां माता सती का दायां गाल गिरा था।
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    पाकिस्तना के बलूचिस्तान में हिंगुला नामक शक्तिपीठ स्थापित हैं, जिसे हिंगलाज देवी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार इस स्थान पर देवी सती का सिर गिरा था।
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    बंगलादेश के शिकारपुर में देवी सती का एक शक्तिपीठ स्थापित है, जहां देवी सती की नाक गिरी थी। इसके अलावा बंगलादेश में तीन अन्य शक्तिपीठ भी हैं। जिसमें से एक है अपर्णा शक्तिपीठ जो भवानीपुर गांव में है।
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    यहां की मानसरोवर नदी पर मानस नामक शक्तिपीठ स्थापित है। मान्यता है कि यहां देवी सती ही हथेली गिरी थी।