Barnava Lakshagrih: आज भी मौजूद है वो लाक्षागृह, जहां हुई पांडवों को जिंदा जलाने की साजिश
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    Barnava Lakshagrih: आज भी मौजूद है वो लाक्षागृह, जहां हुई पांडवों को जिंदा जलाने की साजिश

    सबको महाभारत के बारे में थोड़ा बहुत ज्ञान जरूर होगा लेकिन महाभारत के कई रहस्य ऐसे हैं जो आज भी सुलझ नहीं पाए हैं। आज महाभारत का एक हिस्सा खुद अपने आपमें एक रहस्य बन गया है।
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    Barnava Lakshagrih: आज भी मौजूद है वो लाक्षागृह, जहां हुई पांडवों को जिंदा जलाने की साजिश

    महाभारत में एक प्रसंग है जिसमें दुर्योधन और शकुनि पांडवों को मारने के लिए लाक्षागृह यानी तेजी से जलने वाले महल का निर्माण करते हैं, जहां पर पांडवों को भेज देते हैं।
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    Barnava Lakshagrih: आज भी मौजूद है वो लाक्षागृह, जहां हुई पांडवों को जिंदा जलाने की साजिश

    लेकिन पांडव लाक्षागृह में खुद ही आग लगाकर एक सुरंग की मदद से बचकर निकल जाते हैं। यह घटना जिस जगह पर हुई थी, उसे लेकर तरह तरह के दावे होते रहे हैं। माना जाता है कि यह घटना 5 हजार वर्ष पुरानी है।
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    Barnava Lakshagrih: आज भी मौजूद है वो लाक्षागृह, जहां हुई पांडवों को जिंदा जलाने की साजिश

    महाभारत की कहानी इतनी दिलचस्प है कि लोग महाभारत से जुड़े रहस्यों के बारे में जानना चाहते हैं। बहुत से लोगों का दावा है कि महाभारत में जिस लाक्षागृह का जिक्र है, वह बागपत के बरनावा गांव में मौजूद है।
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    Barnava Lakshagrih: आज भी मौजूद है वो लाक्षागृह, जहां हुई पांडवों को जिंदा जलाने की साजिश

    अगर भारत के नक्शे पर देखें तो यह जगह उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में बरनावा गांव में मौजूद है। बहुत से लोगों का मानना है कि यह गांव, जिसे आज बरनावा कहा जाता है
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    Barnava Lakshagrih: आज भी मौजूद है वो लाक्षागृह, जहां हुई पांडवों को जिंदा जलाने की साजिश

    महाभारत के समय में इसे वारणा-वत कहा जाता था। यह जगह मेरठ में मौजूद हस्तिनापुर से करीब 66 किलोमीटर दूर है और जब इस जगह पर खुदाई हुई तो यहां से लाक्षागृह के सबूत मिले हैं।