Gupta Dham: भगवान शिव का धाम गुप्तेश्वर महादेव, इस गुफा के रहस्य का आज तक कोई पता नहीं लगा पाया
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    Gupta Dham: भगवान शिव का धाम गुप्तेश्वर महादेव, इस गुफा के रहस्य का आज तक कोई पता नहीं लगा पाया

    एक साहसिक एवं सुखद यात्रा, जिसमें पहाड़ के उतार-चढ़ाव, झरने, नदियां, जंगल सब कुछ मिलता है। यह यात्रा है बिहार के रोहतास जिले के चेनारी प्रखंड में गुप्ताधाम की।
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    Gupta Dham: भगवान शिव का धाम गुप्तेश्वर महादेव, इस गुफा के रहस्य का आज तक कोई पता नहीं लगा पाया

    कैमूर पहाड़ी पर गुफा में स्थित गुप्ताधाम में बने गुप्तेश्वर महादेव मंदिर की ख्याति शैव केन्द्र के रूप में है। भगवान शिव त्रिदेवों में से एक हैं और उनके इस धाम तक पहुंचने का रास्ता काफी कठिन है।
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    जिस तरह से लोग तमाम मुश्किलों को पार करने के बाद केदारनाथ और बद्रीनाथ दर्शन के लिए पहुंचते हैं, ठीक उसी तरह से भक्त भगवान शिव के इस अनोखे धाम तक पहुंचते हैं।
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    इस मंदिर की जिस गुफा में भगवान शिव विराजते हैं, वह कितनी पुरानी है, इसका कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है। हालांकि, इसकी बनावट को देख कर कहा जाता है कि यह गुफा मानवों द्वारा निर्मित है। मान्यता के अनुसार गुप्ताधाम के मंदिर की गुफा में जलाभिषेक करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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    जिस तरह से केदारनाथ की यात्रा के दौरान कई लोगों में ऑक्सीजन की कमी देखने को मिलती है, उसी तरह से इस धाम की यात्रा करने के दौरान लोगों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
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    पहाड़ी पर स्थित इस पवित्र गुफा के द्वार तक पहुंचने के बाद सीढ़ियों से नीचे उतरना पड़ता है। द्वार के पास 18 फुट चौड़ा एवं 12 फुट ऊंचा मेहराबनुमा दरवाजा है।
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    सीधे पूरब दिशा में चलने पर पूर्ण अंधेरा हो जाता है। गुफा में लगभग 363 फुट अंदर जाने पर बहुत बड़ा गड्ढा है, जिसमें साल भर पानी रहता है, इसलिए इसे ‘पातालगंगा’ कहते हैं।