भक्तों द्वारा दान में मिले तांबा-पीतल के दियों की होगी नीलामी
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    भक्तों द्वारा दान में मिले तांबा-पीतल के दियों की होगी नीलामी

    महामारी की वजह से पूरी दुनिया की आर्थिक स्थिति कमज़ोर नज़र आ रही है। ऐसे में देश के अमीर मंदिरों पर भी इसका साया मंडरा रहा है तो इस गंभीर स्थिति को मजबूत के लिए अब मंदिरों के अन्यूज्ड बर्तन यानि जो इस्तेमाल में नहीं लिए जाते और तांबे-पीतल को बेचने का फैसला लिया जा रहा है।
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    इनकी मात्रा कई सौ टन में है आपको बता दें कि त्रावणकोर देवास्वम् बोर्ड केरल में 1248 मंदिरों के प्रबंधन का काम करता है।
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    इसमें प्रसिद्ध सबरीमाला अयप्पा मंदिर, तिरुवनंतपुरम में पद्मनाभस्वामी मंदिर, हरिपद श्री सुब्रह्मण्य मंदिर, एट्टमनूर महादेवा मंदिर और अंबालापुजा श्री कृष्ण मंदिर शामिल हैं।
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    हालांकि, टीडीबी के इस फैसले से कई लोगों में निराशा और गुस्सा भी है। सोशल मीडिया पर लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं। आपको बता दें कि टीडीबी उन दीपकों और बर्तनों की नीलामी करने की योजना बना रहा है जो भक्तों द्वारा दान किए गए थे।
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    टीडीबी अभी इसका हिसाब बना रहा है। इससे एक बड़ी राशि मिलने की उम्मीद है। केरल में ऐसे कई मंदिर हैं, जिनमें धातु के दीपकों और बर्तनों की बड़ी मात्रा में दान आता है।
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    जैसे सबरीमाला और गुरुवायूर मंदिर। इन एक-एक दीपक की कीमत 3000 से 5000 के बीच होती है। केरल के सभी 1248 मंदिरों में बड़ी मात्रा में ऐसे दीपक और अन्य बर्तन हैं, जिनका कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है।
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    जानकारी के लिए बता दें कि ऐसे बर्तनों और दीपकों को संभालना और उनका ऑडिट करवाना ज्यादा मुश्किल काम है। इस स्थिति को देखते हुए बोर्ड ने फैसला किया है कि इस तरह की सारी सामग्रियों की नीलामी कर दी जाएगी।