काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर का एक साल पूरा, श्रद्धालुओं की संख्या 7 करोड़ के पार, 100 करोड़ रुपए का आया चढ़ावा
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    काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर का एक साल पूरा, श्रद्धालुओं की संख्या 7 करोड़ के पार, 100 करोड़ रुपए का आया चढ़ावा

    वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकापर्ण के बाद पहले ही साल भक्तों ने 100 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया है।
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    महज एक साल के भीतर ही 7.35 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ धाम के दर्शन किए हैं। यह तादाद पहले के मुकाबले 12 गुणा से भी ज्यादा है।
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    काशी विश्वनाथ मंदिर में बीते एक साल में नकदी के अलावा 60 किलो सोना, 10 किलो चांदी, 1500 किलो तांबा भी भक्तों ने चढ़ाया है।
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    श्रद्धालुओं ने 50 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी दान में दी है। कुल मिले दान का 40 फीसदी ऑनलाइन आया है। खुद मंदिर प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते साल के मुकाबले इस साल आय में 500 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।
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    प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग का कहना है कि गंगा घाटों के सौंदर्यीकरण के पूरा होने, क्रूज सेवाओं के बढ़ने और हैलीकॉप्टर से भ्रमण की सुविधा के शुरू होने के बाद वाराणसी आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद में और भी इजाफा होगा।
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    इसके बाद काशी विश्वनाथ मंदिर की आय और भी बढ़नी तय है। अगले साल तक वाराणी में टेंट सिटी, नमो घाट और रिवर फ्रंट की परियोजना आकार ले लेंगी।
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    प्रदेश सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अलावा गंगा और घाटों की सफाई, गौतम बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ का विकास, गंगा में क्रूज़ आदि पर्यटकों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण कारक बनकर सामने आये हैं।