Kusum Sarovar: ब्रज की शान और राधा-कृष्ण की अमर लीला का प्रतीक है कुसुम सरोवर, हर जगह महकती है प्रेम की खुशबू
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    Kusum Sarovar: ब्रज की शान और राधा-कृष्ण की अमर लीला का प्रतीक है कुसुम सरोवर, हर जगह महकती है प्रेम की खुशबू

    ब्रज मंडल की पूरी धरती राधा-कृष्ण की भक्ति में डूबी हुई है। मथुरा से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित गोवर्धन धाम भगवान कृष्ण की बाल-लीलाओं और उनकी गिरिराज पर्वत लीला के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
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    जहां देवकीनंदन गोवर्धन गिरिधारी के नाम से पूजे जाते हैं, वहीं 21 किलोमीटर के परिक्रमा मार्ग पर कई पौराणिक स्थल मौजूद हैं। इन्हीं में से एक कुसुम सरोवर है, जिसका राधा-कृष्ण की लीलाओं से गहरा नाता है।
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    राधा-कृष्ण की लीला: इस सरोवर का नामकरण कुसुम वन सरोवर भगवान कृष्ण और राधा रानी के प्रेम से जुड़ा है।
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    प्रचलित कथाओं के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण यहां से राधा जी के श्रृंगार के लिए सुंदर फूल चुनते थे और उनसे मालाएं बनाते थे।
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    इस सरोवर को बाद में राजा सूरजमल के समय में भव्य और कलात्मक स्वरूप दिया गया। इस 450 फीट चौकोर सरोवर के चारों ओर सीढ़ियां निर्मित किए गए हैं।
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    इसके तट पर महाराजा सूरजमल ने अपने पिता राजा सूरजमल की याद में एक भव्य छतरी का भी निर्माण करवाया, जो यहां की सुंदरता को और बढ़ा देती है।