5 हज़ार पुराने इस मंदिर का महाभारत से है खास संबंध, श्री कृष्ण ने की थी यहां पूजा
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    5 हज़ार पुराने इस मंदिर का महाभारत से है खास संबंध, श्री कृष्ण ने की थी यहां पूजा

    यूं तो देश की राजधानी में हिंदू धर्म से जुड़े कई मंदिर हैं, परंतु यहां के स्थित योगमाया मंदिर की मानें तो उसका महत्व बेहद खास माना जाता है।
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    5 हज़ार पुराने इस मंदिर का महाभारत से है खास संबंध, श्री कृष्ण ने की थी यहां पूजा

    जी हां, हम बात कर रहे हैं दिल्ली के महरौली में स्थित योगमाया मंदिर की, जिसे महाभारत समय के 5 मुख्य मंदिरों में से एक माना जाता है। बता दें कुछ मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर को जोगमाया के नाम से भी जाना जाता है।
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    5 हज़ार पुराने इस मंदिर का महाभारत से है खास संबंध, श्री कृष्ण ने की थी यहां पूजा

    दरअसल मंदिर से जुड़ी किंवदंतियों के मुताबिक ये प्राचीन हिंदू मंदिर देवी योगमाया को समर्पित माना जाता है। कहा जाता इस मंदिर की गिनती महाभारत काल में स्थापित किए गए मंदिरों में की जाती है।
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    5 हज़ार पुराने इस मंदिर का महाभारत से है खास संबंध, श्री कृष्ण ने की थी यहां पूजा

    जिसकी स्थापना स्वयं पांचों पांडवों द्वारा की गई थी। हिंदू धर्म के शास्त्रों व पुराणों आदि में किए वर्णन के अनुसार योगमाया श्रीकृष्ण की बड़ी बहन थीं।
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    मंदिर को लेकर अन्य मान्यताओं के अनुसार द्वापर युग में स्वयं श्री कृष्ण ने यहां पूजा की थी। तो वही पांडवों ने योगमाया के वरदान से ही महाभारत युद्ध में विजय प्राप्त की थी।
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    ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में दर्शन करने मात्र से व्यक्ति को अपने बड़े से बड़े संकट से छुटकारा मिल जाता है
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    बताया जाता है कि समय के प्रवाह के साथ देवी योगमाया के इस मंदिर का रूप बदलता रहा है अर्थात इसका जीर्णोद्धार होता रहा है। मंदिर के मौजूदा स्वरूप की बात करें तो बताया जाता है कि ये लगभग ये 1827 का है।
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    प्रचिलत मान्यताओं के अनुसार तोमरवंशंज के राजाओं ने इसका बड़े स्तर पर जीर्णोद्धार करवाया था। बात करें मंदिर में हुई नक्काशी की तो इसके बारे में तो कहा जाता है कि शायद ही राजधानी किसी मंदिर के पत्थरों पर इस तरह की नक्काशी हो।