चैत्र नवरात्रि : इन 5 मंदिरों में यहां साक्षात निवास करती हैं देवी
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    चैत्र नवरात्रि : इन 5 मंदिरों में यहां साक्षात निवास करती हैं देवी

    राजस्थान के बीकानेर से लगभग 30 किलोमीटर दूर जोधपुर रोड पर गांव देशनोक की सीमा में मां करणी देवी का विख्यात मंदिर स्थित है। इसे एक तीर्थ धाम माना जाता है। बता दें कि  इसे देश दुनिया में लोग चूहे वाले मंदिर के नाम से भी जानते हैं।
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    चैत्र नवरात्रि : इन 5 मंदिरों में यहां साक्षात निवास करती हैं देवी

    कोलकाता में हुगली नदी के किनारे में दक्षिणेश्‍वर काली मंदिर भक्‍तों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र है। मंदिर के बारे में मान्यता है कि जान बाज़ार की जमींदार रानी रासमणि को मां काली ने स्‍वप्‍न में दर्शन दिया और यहां मंदिर निर्माण कराए जाने का भी निर्देश दिया।
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    चैत्र नवरात्रि : इन 5 मंदिरों में यहां साक्षात निवास करती हैं देवी

    नैनीताल की नैनी झील के किनारे बसा देवी मां का नैना देवी मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। पौराणिक मान्यता है कि इसी झील में देवी सती के नेत्र गिरे थे। जिस कारण इस शक्तिपीठ नैना देवी मंदिर का निर्माण हुआ। मंदिर में दो नेत्र हैं, जो मां नैना देवी को दर्शाते हैं।
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    चैत्र नवरात्रि : इन 5 मंदिरों में यहां साक्षात निवास करती हैं देवी

    दंतेश्‍वरी मंदिर, छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ के बस्तर जिला दन्तेवाड़ा का प्रसिद्ध दंतेश्‍वरी मंदिर स्थित है। हसीन वादियों के लिए मशहूर यह मंदिर बहुत प्राचीन है। मान्यता है कि यहां देवी सती का दांत गिरा था, जिस वजह से इसे दंतेश्वरी कहा जाने लगा।
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    चैत्र नवरात्रि : इन 5 मंदिरों में यहां साक्षात निवास करती हैं देवी

    कामाख्‍या देवी मंदिर, गुवाहाटी (असम) कामगिरिअसम गुवाहाटी के कामगिरि पर्वत पर कामाख्‍या देवी शक्तिपीठ स्थित है जहां माता का योनि भाग गिरा था। यहां की शक्ति कामाख्या और भैरव उमानन्द हैं। कहा जाता है की देवी का योनि भाग गिरने की वजह से यहां माता रजस्वला  हैं।