>
X
इस मंदिर में है मां बगलामुखी की स्वयंभू प्रतिमा, महाभारत से जुड़ा है रहस्य
मध्यप्रदेश आगर के मालवा जिले में स्थित नलखेड़ा नगर में स्थित बगलामुखी मंदिर की। कहा जाता है आगर के नलखेाड़ा नगर का धार्मिक दृष्टि से बड़ा महत्व है।
<
>
X
इस मंदिर में है मां बगलामुखी की स्वयंभू प्रतिमा, महाभारत से जुड़ा है रहस्य
हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश आगर के मालवा जिले में स्थित नलखेड़ा नगर में बगलामुखी मंदिर स्थित है।
<
>
X
इस मंदिर में है मां बगलामुखी की स्वयंभू प्रतिमा, महाभारत से जुड़ा है रहस्य
कहा जाता है आगर के नलखेाड़ा नगर का धार्मिक दृष्टि से बड़ा महत्व है। तांत्रिक साधना के लिए प्रसिद्ध उज्जैन नगर के बाद नलखेड़ा नगर के मां बगलामुखी मंदिर का नाम आता है।
<
>
X
इस मंदिर में है मां बगलामुखी की स्वयंभू प्रतिमा, महाभारत से जुड़ा है रहस्य
पंजाब केसरी के जाफर हुसैन की रिपोर्ट के अनुसार मां बगलामुखी का ये अति प्राकृतिक स्थल रमणीक स्थल के नाम से भी जाना जाता है।
<
>
X
इस मंदिर में है मां बगलामुखी की स्वयंभू प्रतिमा, महाभारत से जुड़ा है रहस्य
मां बगलामुखी के दर्शन के लिए यहां हज़ारों की संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु यहां आकर मां के दर्शन कर लाभान्वित होते हैं। यहां के लोगों का कहना है कि सच्चे मन से मां की आराधना की जाए तो उसकी समस्त मनोकामना पूर्ण होती हैं।
<
>
X
इस मंदिर में है मां बगलामुखी की स्वयंभू प्रतिमा, महाभारत से जुड़ा है रहस्य
मान्यता है मां बगलामुखी मंदिर में स्थापित देवी की प्रतिमा और पूर्व दिशा में महाभारत काल का प्रसिद्ध श्री बल्डावदा वाले हनुमान मंदिर में स्थापित मूर्ति महाभारत काल की है।
<
X
इस मंदिर में है मां बगलामुखी की स्वयंभू प्रतिमा, महाभारत से जुड़ा है रहस्य
वृंदावन से आए श्री राम जी बाबा कोकिल ने पत्रकारों को बताया कि महाभारत काल में मूर्ति नाभि के ऊपर वाली प्रतिष्ठित की जाति थी। यहां जो प्रतिमा है वह भी नाभी से ऊपर वाली विराजित है। नगर के मध्य पंचमुखी हनुमान और प्रसिद्ध श्री खेड़ापति हनुमान जी तथा श्री चामुंडा माता विराजमान है।