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Sarpara Village: कन्या से हुआ 9 नागों का जन्म, रहस्यमयी है सरपारा का इतिहास
सरपारा गांव हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से 168 किलोमीटर की दूरी पर रामपुर क्षेत्र में स्थित है। सरपारा में प्रकृति और संस्कृति का अनूठा संगम देखने को मिलता है।
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Sarpara Village: कन्या से हुआ 9 नागों का जन्म, रहस्यमयी है सरपारा का इतिहास
यहां की ऐतिहासिक परम्परा भी बहुत पुरानी है। यह वही भूमि है जहां पर नौ नाग देवों की उत्पत्ति हुई थी लेकिन इनकी उत्पत्ति से पूर्व नाग इतिहास को जानना आवश्यक हो जाता है।
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Sarpara Village: कन्या से हुआ 9 नागों का जन्म, रहस्यमयी है सरपारा का इतिहास
पौराणिक कथाओं के अनुसार ब्रह्मा जी के सात मानस पुत्रों में से एक मरीचि ऋषि थे, जिन्होंने ऋषि कर्दम की पुत्री कला से विवाह किया था। इन्हीं के प्रतापी पुत्र कश्यप ऋषि हुए थे। कश्यप ऋषि की 13 पत्नियां थीं।
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Sarpara Village: कन्या से हुआ 9 नागों का जन्म, रहस्यमयी है सरपारा का इतिहास
उनमें से उनकी एक पत्नी कटु ने ही नाग वंश का आरंभ किया। माता कटु और ऋषि कश्यप के आठ नाग पुत्र थे : शेषनाग, जिन्हें अनंत नाम से भी जाना जाता है, वासुकि, तक्षक, कर्कोटक, पद्म, महापद्म, शंख और कुलिक।
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Sarpara Village: कन्या से हुआ 9 नागों का जन्म, रहस्यमयी है सरपारा का इतिहास
सरपारा गांव जिन नौ नागों की जन्मभूमि है, वे शेषनाग वंश से संबंध रखते हैं। इसकी पुष्टि इस बात से होती है कि वर्तमान समय में भी सरपारा के स्थानीय मंदिर में सतनाका यानी शेषनाग का निवास स्थान है।