अचलेश्वर महादेव मंदिर में लगा श्रावण के प्रथम सोमवार श्रद्धालुओं का आवागमन
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    अचलेश्वर महादेव मंदिर में लगा श्रावण के प्रथम सोमवार श्रद्धालुओं का आवागमन

    यूं तो देश में भगवान शिव के देश में अगिनत मंदिर हैं जिनकी अपनी अपनी खासियत है, और यही खासियत इनकी प्रसिद्ध को न केवल देश में बल्कि विदेशों में प्रख्यात करती है। बात करें अचलेश्वर महादेव मंदिर की तो इसकी बात अन्य शिव मंदिरों से निराली है।
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    अचलेश्वर महादेव मंदिर में लगा श्रावण के प्रथम सोमवार श्रद्धालुओं का आवागमन

    दरअसल इस मंदिर को लेकर मान्यता प्रचलित है इस मंदिर में स्वयंभू शिवलिंग स्थापित है, जिसे हटाने के लिए प्राचीन समय में बड़े से बड़े राजा महाराजाओं ने अपनो जोर अजमाया परंतु कोई इस शिवलिंग को टस से मस नहीं कर पाया।
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    बताया जाता है कि उस समय में राजाओं-महाराजाओं न कई हाथियों से इस शिवलिंग को हटाने का प्रयास किया लेकिन हाथियों का बल भी शिवलिंग के आगे बेकार हो गया।
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    इसके अलावा जब इस शिवलिंग को खोदकर निकालने की कोशिश की गई खोदने के बाद पानी तो निकल गया, लेकिन अचलेश्वर महादेव के शिवलिंग का कोई छोर नहीं मिला।
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    अचलेश्वर महादेव मंदिर में लगा श्रावण के प्रथम सोमवार श्रद्धालुओं का आवागमन

    बता दें ग्वालियर के बीच चौराहे पर स्थित भगवान शिव के इस अद्भुत शिवलिंग को लोग अचलनाथ के नाम से भी पुकारते हैं।
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    अचलेश्वर महादेव मंदिर में लगा श्रावण के प्रथम सोमवार श्रद्धालुओं का आवागमन

    श्री अचलेश्वर मंदिर नगर के मध्य में बीएसएनएल ऑफिस के पास स्थित हैं। मंदिर के साथ-साथ शहर अचलनाथ की भी अपनी मान्यता है।
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    अचलेश्वर महादेव मंदिर में लगा श्रावण के प्रथम सोमवार श्रद्धालुओं का आवागमन

    यहां आसपास के भक्तों के अलावा श्रावण मास के दौरान व महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर दूर दूर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अचलेश्वर महादेव के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।