हकीकत या फसाना: इस मंदिर का 1 बार दर्शन करने से मिलता है मोक्ष
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    हकीकत या फसाना: इस मंदिर का 1 बार दर्शन करने से मिलता है मोक्ष

    काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित देश के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है।
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    यह 12 ज्योतिर्लिगों में से भी एक है। मंदिर के प्रमुख देव को ‘विश्वनाथ’ अथवा ‘विश्वेश्वर्य’ के नाम से जाना जाता है जिसका अर्थ है ‘ब्रह्मांड के शासक’।
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    मंदिर उत्तर प्रदेश के नगर वाराणसी में स्थित है। बेहद प्राचीन पृष्ठभूमि तथा इतिहास वाले वाराणसी को काशी भी पुकारा जाता है इसीलिए इस मंदिर का नाम काशी विश्वनाथ पड़ा।
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    मंदिर पवित्र गंगा नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है।
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    वाराणसी में कुल 88 घाट हैं। जो स्नान और पूजा के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं लेकिन दो घाट श्मशान स्थलों के रूप में उपयोग किए जाते हैं।
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    काशी के प्रमुख मन्दिर मां अन्नपूर्णा मन्दिर, संकठा मन्दिर, कालभैरव मन्दिर, मृत्युंजय महादेव मन्दिर, विश्वनाथ मन्दिर बी एच यू, तुलसी मानस मन्दिर, संकटमोचन मन्दिर, दुर्गा मन्दिर और भारत माता मन्दिर।
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    वाराणसी की गरीमा को बढ़ाते हैं और उसे धर्म, अध्यात्म, भक्ति एवं ध्यान का मुख्य केंद्र बनाकर विश्व में प्रसिद्धि प्रदान किए हुए हैं।
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    मान्यता है कि एक बार इस मंदिर के दर्शन करने और पवित्र गंगा में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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    मंदिर में दर्शन करने के लिए आदि शंकराचार्य, सन्त एकनाथ, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, महर्षि दयानंद, गोस्वामी तुलसीदास सभी का आगमन हुआ।
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    यहीं सन्त एकनाथ जी ने महान ग्रन्थ श्रीएकनाथी भागवत लिख कर पूरा किया और काशी नरेश तथा विद्वत जनों द्वारा उस ग्रन्थ की हाथी पर शोभायात्रा खूब धूमधाम से निकाली गई थी।