यहां गणेश जी के साथ बैठकर चित्रगुप्त करते हैं कर्मों का लेखा-जोखा!
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    यहां गणेश जी के साथ बैठकर चित्रगुप्त करते हैं कर्मों का लेखा-जोखा!

    गणेश भगवान का ये मंदिर जयपुर शहर के सूरजपोल बाज़ार में स्थित है, जिसे सिद्धि विनायक के नाम से भी जाना जाता है। बता दें यहां पर भगवान गणेश के साथ-साथ राधा-कृष्ण और चित्रगुप्त भी विराजमान हैं।
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    यहां गणेश जी के साथ बैठकर चित्रगुप्त करते हैं कर्मों का लेखा-जोखा!

    इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहां सूर्यदेव की पहली किरणों से गजानन के चरणों का अभिषेक होता हैं कहने का मतलब ये है कि सूर्य की पहली किरणें बप्पा के चरणों में पड़ती है।
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    इस मंदिर में स्थापित गणेश जी की प्रतिमा श्वेत संगमरमर की है, जिस कारण इस मंदिर को श्वेत सिद्धि विनायक के नाम से प्रसिद्धि हासिल हुई।
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    मंदिर के निर्माण को लेकर जयपुर के महाराजा सवाई राम सिंह से जुड़ी मान्यता प्रचलित है। लोक मान्यताओं द्वारा मंदिर की नींव माघ कृष्ण पंचमी को रखी गई थी।
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    गणेश जी की दक्षिणावर्ती श्वेत प्रतिमा इस मंदिर की सबसे बड़ी ये है कि इसकी स्थापना तांत्रिक विधि-विधान की गई थी।
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    यही कारण है कि यहां गणेश जी की प्रतिमा पर सिंदूर का चोला नहीं चढ़ाया जाता है। बल्कि प्रतिमा का केवल दूध एवं जल से ही अभिषेक होता है।
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    इस मंदिर में भगवान यम के मुनीम चित्रगुप्त का भी मंदिर स्थापित है। मान्यता है कि इस मंदिर की ईशान कोण में स्थापना लोगों के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखने के लिए ही की गई थी।
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    श्रद्धालुओं का कहना है कि भगवान चित्रगुप्त यहां सभी श्रद्धालुओं के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखते हैं।