ये है देश का अद्भुत मंदिर जहां स्थापित हैं 30,000 सर्प प्रतिमाएं
  • >X

    ये है देश का अद्भुत मंदिर जहां स्थापित हैं 30,000 सर्प प्रतिमाएं

    बता दें मन्नारशाली के आलापुज्हा से जिसे अलेप्पी भी कहा जाता है, 37 कि.मी से दूर सर्प मंदिर स्थित है, जो नागराज तथा उनकी अर्धांगिनी नागयक्षी को समर्पित है।
  • <>X

    ये है देश का अद्भुत मंदिर जहां स्थापित हैं 30,000 सर्प प्रतिमाएं

    कहा जाता है ये मंदिर लगभग 16 एकड़ के भूभाग में फैला हुआ है और मंदिर के हर कोने हर हिस्से में सांप की प्रतिमा, जिनकी गिनती करीबन 30,000 बताई जाती है।
  • <>X

    ये है देश का अद्भुत मंदिर जहां स्थापित हैं 30,000 सर्प प्रतिमाएं

    इस मंदिर से जुड़ी किंवदंतियों के अनुसार महाभारत काल में खंडावा नामक एक वन प्रदेश था जिसे किसी कारण वश जला दिया गया था, जिसका एक हिस्सा बच गया था।
  • <>X

    ये है देश का अद्भुत मंदिर जहां स्थापित हैं 30,000 सर्प प्रतिमाएं

    ऐसा कहा जाता है कि वन के सभी सर्पों के साथ अन्य कई जीव जंतुओं ने यहां शरण ले ली। मन्नारशाला वही जगह बताई जाती है। मंदिर परिसर से ही लगा हुआ एक नम्बूदिरी का साधारण सा खानदानी घर (मना/इल्लम) है।
  • <>X

    ये है देश का अद्भुत मंदिर जहां स्थापित हैं 30,000 सर्प प्रतिमाएं

    बताया जाता है कमंदिर के मूलस्थान में पूजा अर्चना आदि का कार्य वहां के नम्बूदिरी घराने की बहू निभाती है। उन्हें वहां अम्मा कह कर संबोधित किया जाता है। ये शादी शुदा होने के बावज़ूद ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए दूसरे पुजारी परिवार के साथ अलग कमरे में निवास करती हैं।
  • <>X

    ये है देश का अद्भुत मंदिर जहां स्थापित हैं 30,000 सर्प प्रतिमाएं

    इस बारे में एक मान्यता ये है कि उस खानदान की एक स्त्री निस्संतान थी। उसकी प्रार्थना से वासुकी प्रसन्न हुए और जिससे उसे अपनी अधेड़ उम्र एक पांच सर लिया हुआ नागराज तथा एक बालक को जन्म दिया।
  • <>X

    ये है देश का अद्भुत मंदिर जहां स्थापित हैं 30,000 सर्प प्रतिमाएं

    ऐसा कहा इस मंदिर में स्थापित प्रतिमा उसी नागराज की है। लोक मान्यताओं की मानें तो यहां नागराज के दर्शन से निस्संतान दंपति को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  • <>X

    ये है देश का अद्भुत मंदिर जहां स्थापित हैं 30,000 सर्प प्रतिमाएं

    परंतु इसके लिए दंपति को मंदिर से लगे तालाब (बावड़ी) में नहाकर गीले कपडों में दर्शन हेतु जाना होता है तथा अपने साथ चौड़े मुंह वाला एक कांसे का पात्र लेकर जाना होता है। बता दें यहां इसे वहां उरुली कहा जाता है।
  • <X

    ये है देश का अद्भुत मंदिर जहां स्थापित हैं 30,000 सर्प प्रतिमाएं

    मंदिर में उस उरुली को पलट कर रखने से संतान प्राप्ति अथवा अन्य मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं। जब मनोकामना पूरी हो जाती हैं तो लोग यहां आते हैं और उरुली को उठाकर सीधा रख कर अपनी श्रद्धा अनुसार चढ़ावा चढ़ाते हैं।