Uma Bhagwati Mandir: 34 वर्ष बाद खुला अनंतनाग का उमा भगवती मंदिर, इस जगह मां उमा ने की थी तपस्या
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    Uma Bhagwati Mandir: 34 वर्ष बाद खुला अनंतनाग का उमा भगवती मंदिर, इस जगह मां उमा ने की थी तपस्या

    जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग के शांगस में ऐतिहासिक उमा भगवती मंदिर 34 वर्ष बंद रहने के बाद इस जुलाई में खोला गया। दक्षिणी कश्मीर का अनंतनाग कभी आतंक का गढ़ था।
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    Uma Bhagwati Mandir: 34 वर्ष बाद खुला अनंतनाग का उमा भगवती मंदिर, इस जगह मां उमा ने की थी तपस्या

    1990 में यहां आतंकवाद के चलते स्थानीय हिन्दुओं के पलायन करने के साथ ही उमा भगवती मंदिर भी बंद हो गया था। यहां तक कि हिंसा के दौर में इस मंदिर में आग लगा दी गई थी।
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    माता के भक्तों को यहां ठहराने के लिए दो यात्री निवास थे। इनमें एक बार में डेढ़ हजार श्रद्धालु ठहर सकते थे। ये यात्री निवास भी आतंक की भेंट चढ़ गए। मंदिर में स्थापित माता की मूर्ति भी क्षतिग्रस्त हो गई थी।
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    Uma Bhagwati Mandir: 34 वर्ष बाद खुला अनंतनाग का उमा भगवती मंदिर, इस जगह मां उमा ने की थी तपस्या

    वर्ष 2010 तक यह मंदिर जीर्ण-शीर्ण अवस्था में रहा। इसके बाद से इसका जीर्णोद्धार शुरू किया गया।
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    Uma Bhagwati Mandir: 34 वर्ष बाद खुला अनंतनाग का उमा भगवती मंदिर, इस जगह मां उमा ने की थी तपस्या

    मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे श्रद्धालु कहते हैं कि यहां आकर शांति का अनुभव होता है। यहां पर सभी धर्मों के लोग पहुंचते हैं। अब अन्य मंदिरों के जीर्णोद्धार का भी फैसला हुआ है।
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    इस मंदिर में प्रत्येक वर्ष दो पर्व मनाए जाते थे। एक उमा जयंती, जो अप्रैल में होती है और दूसरा शिवाराम संत (जिन्होंने 17वीं शताब्दी में उमा नगरी की नींव रखी) का निर्वाण दिवस जनवरी में मनाया जाता था।