अध्यात्म के साथ-साथ पर्यटन के लिए भी बहुत कुछ है यहां...
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    अध्यात्म के साथ-साथ पर्यटन के लिए भी बहुत कुछ है यहां...

    तुलजापुर महाराष्ट्र के ऐतिहासिक स्थल का हिस्सा होने के कारण यहां कोई अद्भुत प्राचीन संरचनाओं व स्मारकों को देखा जा सकता है।
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    अध्यात्म के साथ-साथ पर्यटन के लिए भी बहुत कुछ है यहां...

    यहां छत्रपति शिवाजी महाराज की कुलदेवी मां तुलजा भवानी विराजमान हैं। जो आज भी महाराष्ट्र व अन्य राज्यों के कई निवासियों की कुलदेवी के रूप में प्रचलित हैं।
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    तुलजापुर महाराष्ट्र के धाराशिव जिले में स्थित एक खूबसूरत और राज्य का लोकप्रिय नगर है, जो अपने प्राचीन मंदिरों और अन्य संरचनाओं के लिए जाना जाता है।
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    अध्यात्म के साथ-साथ पर्यटन के लिए भी बहुत कुछ है यहां...

    तुलजा भवानी महाराष्ट्र तथा भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है। मान्यता है कि शिवाजी को खुद देवी मां ने तलवार प्रदान की थी। अभी यह तलवार लंदन के संग्रहालय में रखी हुई है।
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    यह मंदिर महाराष्ट्र के प्राचीन दंडकारण्य वनक्षेत्र में स्थित यमुनांचल पर्वत पर स्थित है। ऐसी जनश्रुति है कि इसमें स्थित तुलजा भवानी माता की मूर्ति स्वयंभू है।
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    इस मूर्ति की एक और खास बात है कि यह मंदिर में स्थायी रूप से स्थापित न होकर ‘चलायमान’ है। साल में तीन बार इस प्रतिमा के साथ प्रभु महादेव, श्रीयंत्र तथा खंडरदेव की भी प्रदक्षिणापथ पर परिक्रमा करवाई जाती है।