आज भी श्री कृष्ण की महाराज की गाथा गा रहा है वंशीवट घाट, जानें कहां है?
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    आज भी श्री कृष्ण की महाराज की गाथा गा रहा है वंशीवट घाट, जानें कहां है?

    जगन्नाथ घाट- हिंदू धर्म से जुड़ी मान्यताओं व कथाओं के अनुसार पुरी से चलकर भगवान जगन्नाथ का रथ पहली बार जिस घाट पर रुका था।
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    आज भी श्री कृष्ण की महाराज की गाथा गा रहा है वंशीवट घाट, जानें कहां है?

    जगन्नाथ घाट- वहीं जगन्नाथ मंदिर स्थापित हो गया। अतः इसे जगन्नाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है।
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    आज भी श्री कृष्ण की महाराज की गाथा गा रहा है वंशीवट घाट, जानें कहां है?

    वंशीवट घाट- यमुना किनारे पर स्थित घाट को वंशीघाट के नाम से जाना जाता है। कहा जता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने राधा जी व गोपियों संग जिस भूमि पर महारास किया तो वंशीवट घाट है।
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    आज भी श्री कृष्ण की महाराज की गाथा गा रहा है वंशीवट घाट, जानें कहां है?

    वंशीवट घाट- चूंकि भगवान की बासुरी से निकले स्वरों से मुग्ध होकर राधाजी व गोपिया रातभर महारास करती रहीं, इसके चलते वंशीवट ऐसा कहा जाता है कि आज भी भगवान के महारास की गाथा गा रहा है।
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    आज भी श्री कृष्ण की महाराज की गाथा गा रहा है वंशीवट घाट, जानें कहां है?

    धीर समीर घाट- धीर समीर घाट केशीघाट से पूर्व दिशा में स्थित है। यहां की मान्यताओं के अनुसार यहां वृंदा देवी की अनेक लीलाओं का उल्लेख है।
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    आज भी श्री कृष्ण की महाराज की गाथा गा रहा है वंशीवट घाट, जानें कहां है?

    धीर समीर घाट- तो वहीं यहीं पर श्रीकृष्ण की राधा जी के प्रति व्याकुल मिलन की उत्कंठा देखकर वृंदा देवी बेहोश हो गईं। भगवान श्रीकृष्ण की उत्कंठा देख राधा जी भी तुरंत वृंदा देवी के साथ आई जिसके बाद प्रिया-प्रियतम मिलन देख सखिया प्रसन्न हो गई।
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    आज भी श्री कृष्ण की महाराज की गाथा गा रहा है वंशीवट घाट, जानें कहां है?

    केशी घाट- बता दें केशी घाट वृंदावन के उत्तर-पश्चिम दिशा में तथा भ्रमर घाट के समीप स्थित है। वर्तमान समय में यह घाट नगर के प्रमुख घाट के रूप में है और अपना अस्तित्व बचा पाने में सक्षम है।
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    आज भी श्री कृष्ण की महाराज की गाथा गा रहा है वंशीवट घाट, जानें कहां है?

    केशी घाट- इससे जुड़े पौराणिक उल्लेख के अनुसार कंस ने केशी नामक दानव को भगवान श्रीकृष्ण का वध करने भेजा, जो घोड़े के रूप में यमुना किनारे पहुंचा। मगर भगवान श्रीकृष्ण ने उसे पहचान लिया और उसका वध कर दिया।