क्या आप ने किए हैं Mysterious मां कूष्मांडा के इस मंदिर के दर्शन?
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    क्या आप ने किए हैं Mysterious मां कूष्मांडा के इस मंदिर के दर्शन?

    कानपुर शहर से लगभग 60 कि.मी दूर घाटमपुर ब्लॉक में मां कुष्मांडा का अद्भुत मंदिर स्थित है। बता दें दुर्गा के नौ रूपों में से एक रूप देवी कुष्मांडा हैं, जो यहां यानि इस प्राचीन मंदिर में लेटी हुई मुद्रा में विराजमान है।
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    क्या आप ने किए हैं Mysterious मां कूष्मांडा के इस मंदिर के दर्शन?

    मान्यता है इस मंदिर में पिंड स्वरूप में विराजमान मां कुष्मांडा से लगातार पानी रिसता रहता है। ऐसा लोक मत है कि इस जल को पीने वाले जातक को बीमारियां से राहत मिलती है।
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    क्या आप ने किए हैं Mysterious मां कूष्मांडा के इस मंदिर के दर्शन?

    परंतु खास बात तो ये है कि आज तक इस रहस्य का पता कोई नहीं लगा सका कि आखिर मां की पिंडी से रिसने वाला जल आखिर कहां से आता है। अतः ये मंदिर आज तक सब के लिए अनसुलझा रहस्य बना हुआ है।
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    क्या आप ने किए हैं Mysterious मां कूष्मांडा के इस मंदिर के दर्शन?

    ऐसा कहा जाता है कि माता सती के चौथा अंश घाटमपुर में गिरा था, जहां वर्तमान समय में माता कूष्मांडा का ये मंदिर स्थित है।
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    क्या आप ने किए हैं Mysterious मां कूष्मांडा के इस मंदिर के दर्शन?

    मंदिर से जुड़ी मान्यताओं के अनुसार मां कुष्मांडा की पिंडी बहुत प्राचीन है, जिसकी गणना करना भी थोड़ा मुश्किल है। बताया जाता है कि प्राचीन समय में घाटमपुर क्षेत्र कभी घनघोर जंगल था।
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    क्या आप ने किए हैं Mysterious मां कूष्मांडा के इस मंदिर के दर्शन?

    जहां एक उस समय एक कुढाहा नाम का ग्वाला गाय चराने आया करता था। इस दौरान उसकी गाय मां की पिंडी के पास आ जाती थी और पूरा दूध माता की पिंडी के पास निकाल देती थी, जिस कारण शाम को दूध नहीं देती थी।
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    क्या आप ने किए हैं Mysterious मां कूष्मांडा के इस मंदिर के दर्शन?

    एक दिन इसका कारण जाने के लिए उसे कुढाहा ने अपनी गाय का पीछा किया और अपनी आंखों से सारा नजारा देखा। जिसके बाद उसने ये बात सभी गांव वालों को बताई।
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    क्या आप ने किए हैं Mysterious मां कूष्मांडा के इस मंदिर के दर्शन?

    जब गांव ने वहां देखा तो उन्हें यहां माता कूष्मांडा की पिंडी मिली। इस पिंडी से हर समय पानी रिसता था, जिसके मां के भक्त प्रसाद के रूप में ग्रहण करने लगे।
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    क्या आप ने किए हैं Mysterious मां कूष्मांडा के इस मंदिर के दर्शन?

    मंदिर के पुजारियों का मानना है कि सूर्योदय से पहले नहा धोकर 6 माह तक इस नीर का इस्तेमाल करने से बड़ी से बड़ी बीमारी से राहत मिलती है।