चम्बा नरेश के अद्भुत बलिदान की कहानी बयां करता ऐतिहासिक शिवालय
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    चम्बा नरेश के अद्भुत बलिदान की कहानी बयां करता ऐतिहासिक शिवालय

    हिमाचल प्रदेश के चम्बा में स्थित एक शिवालय चम्बा के राजा राज सिंह के बलिदान की माया को बयां करता है।
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    चम्बा नरेश के अद्भुत बलिदान की कहानी बयां करता ऐतिहासिक शिवालय

    248 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक लड़ाई में शहीद हुए चम्बा नरेश के बलिदान की कहानी को शिखर शैली में बना यह मंदिर दोहराता है।
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    चम्बा नरेश के अद्भुत बलिदान की कहानी बयां करता ऐतिहासिक शिवालय

    बलिदान की यह घटना सात आषाढ़ 1794 अर्थात 21 जून, 1794 को हुई थी, जिसमें चम्बा के राजा राज सिंह (राजस्व रिकार्ड में राय सिंह) कांगड़ा की कटोच सेना से लड़ते पूर्विया नामक सैनिक द्वारा पीठ पीछे से तलवार का वार करने पर खोपड़ी उड़ जाने पर भी अढ़ाई घड़ी लड़ते हुए वीर गति को प्राप्त हुए थे।
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    चम्बा नरेश के अद्भुत बलिदान की कहानी बयां करता ऐतिहासिक शिवालय

    कांगड़ा जिला गजटीयर में यह घटना दर्ज है। उसमें लिखा है कि राज सिंह के शरीर पर तलवार के 48 घाव थे। उनकी अंत्येष्टि रेहलू में खौहली खड्ड के तट पर हुई, जहां उनकी रानियां भी सती हुईं, जिसका प्रमाण वहां बनी सती देहरियां हैं।
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    चम्बा नरेश राज सिंह शक्ति के उपासक थे। उनके यहां गुलेर से गए चित्रकारों को भी आश्रय मिला, जिसके फलस्वरूप कांगड़ा चित्रकला की प्रतिछाया चम्बा चित्रकला में भी मिलती है।