दूध ही नहीं यहां झाड़ू से भी होते हैं शिव शंकर प्रसन्न, त्वचा संबंधी रोगों का करते हैं नाश
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    दूध ही नहीं यहां झाड़ू से भी होते हैं शिव शंकर प्रसन्न, त्वचा संबंधी रोगों का करते हैं नाश

    मुरादाबाद-आगरा राजमार्ग पर सदत्बदी गांव में स्थित अतिप्राचीन पातालेश्वर मंदिर में लोक मान्यता के अनुसार शिवलिंग पर झाडू चढ़ाने से मनुष्य के अपने-अपने बड़े से बड़े रोगों से छुटकारा मिलता है।
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    यही कारण आम दिनों में भी श्रद्धालुओं से भरा इस मंदिर में श्रावण के खास मौके भक्तों की भीड़ और बड़ जाती है। हालांकि इस बार कोरोना के कारण इस मंदिर के साथ-साथ देश के अन्य मंदिर भी बंद है।
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    बता दें इस मंदिर से जुड़ी कोई स्पष्ट जानकारी तो प्राप्त नहीं, मगर यहां की प्रचलित मान्यताओं की मानें तो सदियों पहले यहां एक भिखारीदास व्यापारी रहता था, जो बहुत धनवान था।
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    गर चर्म रोग से पीड़ित था। किंवंदतियों के अनुसार एक बार व्यापारी उपचार करवाने के लिए किसी वैद्य के पास जा रहा था।
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    तभी अचानक से उन्हें बहुत तेज़ प्यास लगी, उन्हें एक आश्रम दिखाई दिया पानी पीने की इच्छा से वे उसके अंदर चले गए। किंतु जाते-जाते भिखारीदास आश्रम में रखे एक झाड़ू से टकरा गए।
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    ऐसा कहा जाता है कि झाड़ू के स्पर्श मात्र से ही उन्हें अपने सभी रोगों से मुक्ति मिल गई। जिसके बाद व्यापारी की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा।
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    अपने रोगों से छुटकारा पाने के बाद व्यापारी ने आश्रम मे रहने वाले संत को हीरे-जवाहरात देने की इच्छा प्रकट की, मगर संत ने इसके लिए मान करते हुए कहा कि इसके बदले में अगर आप यहां शिव मंदिर का निर्माण करवा दें तो बहुत अच्छा रहेगा।