वृंदावन में है ये रहस्यमयी जगह, जिसे रात में देखने से इंसान हो जाता है पागल
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    वृंदावन में है ये रहस्यमयी जगह, जिसे रात में देखने से इंसान हो जाता है पागल

    भारत में कई ऐसी जगहें हैं, जो अपने दामन में कई रहस्य समेटे हुए हैं। उनमें से ऐसा ही एक स्थान है उत्तर प्रदेश का वृंदावन स्थित निधि वन, जिसके बारे में मान्यता है कि यहां आज भी हर रात कृष्ण गोपियों संग रास रचाते हैं।
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    वृंदावन में है ये रहस्यमयी जगह, जिसे रात में देखने से इंसान हो जाता है पागल

    यही कारण है कि सुबह खुलने वाले निधिवन को संध्या आरती के पश्चात बंद कर दिया जाता है। उसके बाद वहां कोई नहीं रहता, यहां तक कि निधिवन में दिन में रहने वाले पशु-पक्षी भी संध्या होते ही निधि वन को छोड़कर चले जाते हैं।
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    वैसे तो शाम होते ही निधि वन बंद हो जाता है और सब लोग यहां से चले जाते हैं लेकिन फिर भी यदि कोई छुपकर रासलीला देखने की कोशिश करता है तो पागल हो जाता है।
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    ऐसा ही एक वाक्या करीब 10 वर्ष पूर्व हुआ था, जब जयपुर से आया एक कृष्ण भक्त रासलीला देखने के लिए निधिवन में छुपकर बैठ गया। जब सुबह निधि वन के गेट खुले तो वह बेहोश अवस्था में मिला, उसका मानसिक संतुलन बिगड़ चुका था। ऐसे कई किस्से यहां के लोग बताते हैं।
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    निधि वन के अंदर ही है ‘रंग महल’ जिसके बारे में मान्यता है कि रोज रात यहां पर राधा और कन्हैया आते हैं। रंग महल में राधा और कन्हैया के लिए रखे गए चंदन के पलंग को शाम सात बजे से पहले सजा दिया जाता है।
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    पलंग के बगल में एक लोटा पानी, राधा जी के शृंगार का सामान और दातुन संग पान रख दिया जाता है। सुबह पांच बजे जब ‘रंग महल का पट खुलता है तो बिस्तर अस्त-व्यस्त, लोटा पानी से खाली, दातुन कुचली हुई और पान खाया हुआ मिलता है।
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    वृंदावन में है ये रहस्यमयी जगह, जिसे रात में देखने से इंसान हो जाता है पागल

    रंग महल में भक्त केवल श्रृंगार का सामान ही चढ़ाते हैं और प्रसाद स्वरूप उन्हें भी शृंगार का ही सामान मिलता है।